नलिनी श्रीहरण की जीवनी ( राजीव गांधी के हत्याकांड का दोषी ) | Nalini Sriharan Biography In Hindi

नलिनी श्रीहरण की जीवनी | Nalini Sriharan Biography In Hindi

नलिनी श्रीहरण को राजीव गांधी के हत्या के साजिस में भागीदार होने केलिए गिरफ्तार किया गया था। नलिनी और उसके पति मुरुगन को एसआईटी ने 14 जून 1991 में मद्रास के एक बस स्टैंड से गिरफ्तार किया था। उनके ऊपर आईपीसी धारा 302 ( हत्या ) और 120बी ( राजीव गांधी के हत्या के साजिस में भागीदार ) तहत गिरफ्तार किया गया था। उनकों और अन्य दोषों को टाडा कोर्ट ने राजीव गांधी के हत्या के मामले में मृत्यु दंड दिया था। उनके ऊपर लगाए गए मृत्यु दंड को बहोत सारे मानवाधिकार संग़ठन और सोनिया गंदी ने भी विरोध किया था। जिससे 24 अप्रैल 2000 को तमिलनाडु के राज्यपाल ने नलिनी की मृत्यु दंड को उम्रकैद में बदल दिया था। उनको और अन्य दोषियों को 2022 में सुप्रीम कोर्ट ने राजीव गांधी के हत्या के जुर्म से मुक्त कर दिया था। इससे नलिनी एक नई जिंदगी जीने का मौका मिला है । उनकी जिंदगी की कहानी बहोत रोमाचक और संगर्ष पूर्ण है। आपको एक बार जरूर पढना चाहिए।

Nalini Sriharan Biography In Hindi

नलिनी श्रीहरण का बॉयोडाटा

नामनलिनी श्रीहरण
पूरा नामएस नलिनी श्रीहरण
प्रसिद्धराजीव गांधी के हत्याकांड का दोषी थी।
पेशास्टेनोग्राफर
जन्म1967
उम्र55 साल (2022)
जन्म स्तानअंबालावनपुरम , तिरुनेलवेली , तमिलनाडु ,भारत
नागरिकताभारतीय
घृहनगरअंबालावनपुरम , तिरुनेलवेली , तमिलनाडु ,भारत
स्कूलअंबालावनपुरम सीनियर सेकेंडरी स्कूल
कॉलेजएथिराज कॉलेज चेन्नई ,

इग्नू विश्विद्यालय
शिखागत जोग्यताअंग्रेजी भाषा ( बीए ) एथिराज कॉलेज ,
कंप्यूटर एप्लीकेशन ( मास्टर /इग्नू 2009 )
लंबाई5 फीट 4 इंच
वजन50 केजी
आँखों का रंगकाला
बालों का रंगकाला
धर्महिन्दू
पितापी शंकर नारायणन ( तमिलनाडु के पुलिस विभाग में निरीक्षक , 2016 में मृत्यु )
मातापद्मावती ( नर्स )
भाईपीएस भाग्यनाथ ( छोटा )
बहनकल्याणी
पतिवी श्रीहरन ( मुरुगन )
बेटीनाम हरित्रा श्रीहरण ( डॉक्टर /लंदन )
गिरफ्तार14 जून 1991 में मद्रास के एक बस स्टैंड
जुर्म आईपीसी धारा 302 ( हत्या ) और 120बी ( राजीव गांधी के हत्या के साजिस में भागीदार )
सजाटाडा कोर्ट ने राजीव गांधी के हत्या के मामले में मृत्यु दंड दिया था। उनकों 24 अप्रैल 2000 को तमिलनाडु के राज्यपाल ने नलिनी की मृत्यु दंड को उम्रकैद में बदल दिया था।
सजा से मुक्तउनको 12 नवंबर 2022 को सुप्रीम कोर्ट ने राजीव गांधी के हत्या के जुर्म से मुक्त कर दिया था।


नलिनी श्रीहरण की सुरुअति जिंदगी

नलिनी श्रीहरण का जन्म 1967 में अंबालावनपुरम , तिरुनेलवेली , तमिलनाडु ,भारत में हुआ था। उनका पूरा नाम एस नलिनी श्रीहरण है। उनका जन्म एक मध्यबर्ती हिंदू परिवार में हुआ था। उनके पिताजी का नाम पी शंकर नारायणन है । उनके पिताजी तमिलनाडु के पुलिस विभाग में निरीक्षक का काम करते थे। उनके पिताजी का 2016 को 92 आयु में निधन होगया था। उनके माताजी का नाम पद्मावती है। उनके माताजी का नाम महात्मा गांधी ने रखा था। उनके माताजी चेन्नई के एक हॉस्पिटल में नर्स का काम किया करती थी। उनके माताजी और नलिनी की बेटी हरित्रा अब लंदन में रहती है। नलिनी अपने माता पिताजी का सबसे बड़ी संतान है । उनके एक छोटे भाई पीएस भाग्यनाथ और एक छोटी बहन कल्याणी है। उनका बचंपन बहोत अच्छे से बिता था। मगर उनके आगे की जिंदिगी रोमाचक होने बाली थी।


नलिनी श्रीहरण की पढ़ाई और नॉकरी


उसने अपनी सुरुअति पढ़ाई अंबालावनपुरम के स्थानीय स्कूल से किया था। उसने एथिराज कॉलेज चेन्नई से अंग्रेजी भाषा मे बीए की पढाई लिया था। इसके बाद उनसे एक कंपनी में स्टेनोग्राफर का काम किया था। इसके बाद उन्होंने जेल में रहकर 2009 में इग्नू विश्विद्यालय से कंप्यूटर एप्लीकेशन में मास्टर की डिग्री हासिल किया था। वह अपने महिला कैदियों में  कंप्यूटर एप्लीकेशन की परीक्षा में टॉपर हुई थी।


नलिनी श्रीहरण की शादी , पति और बेटी


उसने वी श्रीहरन उर्फ मुरुगन से शादी किया है। उनकी पति एक श्रीलंकाई नागरिक है। उनके पति राजीव गांधी के हत्याकांड के अन्य दोषी है। वह अभी जेल में आजीवन सजा काट रहा है। वह अपने गिरफ्तारी के समय 2 महीने की गर्भवती थी। उसने जेल में रहते हुए 21 जनवरी 1992 को अपने बेटी को जन्म दिया था। उनसे अपने बेटी का नाम मेगारा रखता । मगर उसने अपने बेटी का नाम बदल कर हरित्रा श्रीहरण रखा था। उनकी बेटी 6 वर्ष की उम्र तक अपने माँ के साथ जेल में रहती थी। इसके बाद नलिनी  की माँ ने उनकी बेटी को लेकर लंदन चली गई थी। नलिनी की बेटी आज एक चिकित्सक के रूप में काम कर रही हैं।

राजीव गांधी हत्याकांड में नलिनी श्रीहरण की भूमिका

उसने वी श्रीहरन उर्फ मुरुगन से शादी किया है। उनकी पति एक श्रीलंकाई नागरिक है। उसके कहने पर नलिनी ने LTTE उग्रवादी संगठन से जुड़ने का निणर्य किया था।
उस समय 90 के दशक में शीलंका में LTTE उग्रवादी संगठन अपने आजादी केलिए श्रीलंकाई सरकार से लड़ रहे थे। उस समय भारत आपकी सेना श्रीलंका भेज कर श्रीलंकाई सरकार को जंग जितने में  मदत किया था। इससे LTTE उग्रवादी संगठन में भारत के प्रति दुश्मनी बढ़ गई थी। वह अपना बदला लेना चाहते थे।

उस समय भारत मे इंदिरा गांधी में हत्या के बाद उनके पुत्र राजीव गांधी को प्रधानमंत्री बनाया गया था। राजीव गांधी 21 मई 1991 को चुनावी रैली केलिए तमिलनाडु के श्रीपेरबुदूर में आने बाले थे। इससे LTTE उग्रवादी संगठन को अपना हार का बदला लेने का मौका मिल गया था। इसलिए उन्होंने मुरुगन और अन्य लोगों ने मिल कर राजीव गांधी की हत्या करने का प्लान तैयार किया था। इस प्लान की सूचना नलिनी को नहीं दिया गया था। इस प्लान की मुताबिक शिवरासन ( होम पार्टरन ) , सुभा ( साजधारक ), धनु ( मानव बम ) आदि लोगों को काम दिया गया था।

राजीव गांधी ने 21 मई 1991 को विशाखापत्तनम , अन्द्र प्रेदेश से चुनावी रैली कर श्रीपेरुमबुदुर , तमिलनाडु पहँचे थे। उस समय उनकों बहोत लोग फूल माला पहना रहे थे। इसी समय धनु ( मानव बम ) ने उनकों फूल माला पहना कर पेर छूते समय रात के 10:10 मिनिट पर RDX से भरे बॉम्ब बेल्ट को डिटोनेट किया था। इस बिस्फोट से राजीव गांधी के सहित 14 लोग सहीद , और 43 लोग बुरी तरह घायल हुए थे। उस समय नलिनी और सुभा कुछ दूर भीड़ में महजूद थे।

नलिनी श्रीहरण की गिरफ्तारी और सजा

राजीव गांधी के हत्या के बाद 22 मई 1991 को चंद्रशेखर सरकार ने इस केस की जांच CBI को सौप दिया था। उस समय इस केस के मुख्य जांच करता डी. आर. कार्तिकेयन थे। उस घटना के समय हरिबाबू ( फोटोग्राफर ) के द्वारा उठाए गए फ़ोटो की मदत से दोषी को पकड़ा गया था। मगर उस हादसे में हरिबाबू ( फोटोग्राफर ) भी सहीद हो गए थे।

उन्होंने इस हत्याकांड की पूरी जिम्मेवारी LTTE उग्रवादी संगठन पर था। इसलिए उन्होंने प्लान की मुख्य लोग शिवरासन ( होम पार्टरन ) , सुभा ( साजधारक ),  आदि लोगों गिरफ्तार करने का आदेश दिया था। नलिनी और उसके पति मुरुगन को एसआईटी ने 14 जून 1991 में मद्रास के एक बस स्टैंड से गिरफ्तार किया था।

वह अपने गिरफ्तारी के समय 2 महीने की गर्भवती थी। उसने जेल में रहते हुए 21 जनवरी 1992 को अपने बेटी को जन्म दिया था। उनसे अपने बेटी का नाम मेगारा रखता । मगर उसने अपने बेटी का नाम बदल कर हरित्रा श्रीहरण रखा था। उनकी बेटी 6 वर्ष की उम्र तक अपने माँ के साथ जेल में रहती थी। इसके बाद नलिनी  की माँ ने उनकी बेटी को लेकर लंदन चली गई थी। नलिनी की बेटी आज एक चिकित्सक के रूप में काम कर रही हैं। उस समय सीबीआई ने 1991 को नलिनी की माँ और भाई को भी गिरफ्तार किया था। मगर सुप्रीम कोर्ट के आदेश से उन्हें 1998 में बरी कर दिया था।

नलिनी और उसके पति मुरुगन के ऊपर आईपीसी धारा 302 ( हत्या ) और 120बी ( राजीव गांधी के हत्या के साजिस में भागीदार ) तहत गिरफ्तार किया गया था। उनकों और अन्य दोषों को टाडा कोर्ट ने राजीव गांधी के हत्या के मामले में मृत्यु दंड दिया था। उनके ऊपर लगाए गए मृत्यु दंड को बहोत सारे मानवाधिकार संग़ठन और सोनिया गंदी ने भी विरोध किया था। जिससे 24 अप्रैल 2000 को तमिलनाडु के राज्यपाल ने नलिनी की मृत्यु दंड को उम्रकैद में बदल दिया था।

नलिनी को अपने पूरे 31 वर्ष के जेल सजा के दौरान 3 बार पैरोल मिला था। उनकों पहला पैरोल 2004 अपने भाई के शादी केलिए मिला था। उनकों दूसरे बार 2016 मे अपने पिताजी कि मृत्यु के दौरान मिला था। उनकों तीसरी बार 2019 में  अपने बेटी की शादी केलिए मिला था। उनको और अन्य दोषियों को 2022 में सुप्रीम कोर्ट ने राजीव गांधी के हत्या के जुर्म से मुक्त कर दिया था। इससे नलिनी एक नई जिंदगी जीने का मौका मिला है ।


FAQ :-

नलिनी श्रीहरण कौन है ?

नलिनी श्रीहरण को राजीव गांधी के हत्या के साजिस में भागीदार होने केलिए गिरफ्तार किया गया था।

नलिनी श्रीहरण की उम्र कितना है ?

नलिनी श्रीहरण की उम्र 55 वर्ष ( 2022) है ।

नलिनी श्रीहरण को कब गिरफ्तार किया गया था ?

नलिनी श्रीहरण को एसआईटी ने 14 जून 1991 में मद्रास के एक बस स्टैंड से गिरफ्तार किया था।

नलिनी श्रीहरण को कौन की धाराओं के तहत गिरफ्तार किया गया था ?

नलिनी श्रीहरण के ऊपर आईपीसी धारा 302 ( हत्या ) और 120बी ( राजीव गांधी के हत्या के साजिस में भागीदार ) तहत गिरफ्तार किया गया था।

नलिनी श्रीहरण को कब जैल से रिहा किया गया था।

नलिनी श्रीहरण को 12 नवंबर 2022 को सुप्रीम कोर्ट ने राजीव गांधी के हत्या के जुर्म से मुक्त कर दिया था। इससे नलिनी एक नई जिंदगी जीने का मौका मिला है ।

नलिनी श्रीहरण की बेटी नाम क्या है ?

नलिनी श्रीहरण की बेटी नाम हरित्रा श्रीहरण है । उनकी की बेटी आज एक चिकित्सक के रूप में लंदन में काम कर रही हैं।

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